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जाने जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश लेने की पुरी प्रक्रिया।

 JNV एक सह-शिक्षा युक्त आवासीय संस्था है। ये विद्यालय देश भर के लगभग सभी जिलों में स्थापित किए गए हैं। ऐसी संस्थाएँ नगरीय वातावरण से दूर सुन्दर प्राकृतिक परिवेश में खोले गए हैं। इन विद्यालयों में हर सम्भव ऐसे प्रयास किए जाते हैं कि बच्चे का व्यक्तित्व प्रभावी बन सकें। शिक्षा तथा रचनात्मक क्षेत्रों में विद्यार्थियों के मानसिक विकास के लिए जवाहर नवोदय विद्यालयों में उत्कृष्ट वातावरण बनाए रखने वाले कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाता है। 

jawahar navoday vidyalay

भारत की स्कूली शिक्षा में जवाहर नवोदय विद्यालयों का संचालन ऐतिहासिक है। विशेष प्रतिभा तथा योग्यता सम्पन्न बच्चों की क्षमता में वृद्धि कर उनको सक्षम बनाया जाता है। वस्तुतः इन विद्यालयों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को निखारने की कोशिश होती है। 

राष्ट्रीय शिक्षा-नीति (1986) के अनुसार भारत के सभी राज्यों (तमिलनाडु को छोड़कर) में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव आया। इन विद्यालयों के संचालन के लिए भारत सरकार के मानव संसाधन मन्त्रालय के अधीन 'नवोदय विद्यालय समिति' का गठन किया गया। जवाहर नवोदय विद्यालय पूर्णतः आवासीय तथा सह-शिक्षा की प्रभावी संस्थाएँ हैं, जहाँ बच्चों को शिक्षा के अतिरिक्त भोजन, पोशाक तथा आवासीय सुविधाएँ निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

नवोदय विद्यालयों की स्थापना के पीछे सामाजिक-आर्थिक रूप से समाज के पिछड़े तथा ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण आधुनिक शिक्षा प्रदान करने का उद्देश्य निहित है। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों में बेहतर मूल्य, परिवेश के प्रति जागरूकता तथा भारतीय संस्कृति के प्रति श्रद्धा का भाव आरोपित करना इस संस्था का लक्ष्य है। विद्यार्थियों को 'त्रिभाषा फार्मूला' के अन्तर्गत शिक्षित कर पूरे भारत की समझ तथा राष्ट्रीय परिकल्पना सुनिश्चित करना ही जवाहर नवोदय विद्यालय की मूल चेतना है।

इस समय 660 जवाहर नवोदय विद्यालय हैं, जो देश के लगभग सभी जिलों में संचालित हैं। सरकार प्रखण्ड स्तर पर नवोदय विद्यालयों की स्थापना के बारे में विचार कर रही है। जवाहर नवोदय विद्यालयों की राज्यवार संख्या निम्न हैं।

  सीटों की संख्या देखे:

क्र.राज्य/केंद्र शासित प्रदेश संख्या
1आन्ध्रप्रदेश 15
2असम 28
3अरुणाचल प्रदेश 18
4अंडमान-निकोबार 3
5बिहार 39
6चंडीगढ़ 1
7छत्तीसगढ़ 28
8दिल्ली 9
9दमन और दीव 2
10दादरा और नगर हवेली 1
11गोवा 2
12गुजरात 34
13हरियाणा 21
14हिमाचल प्रदेश 12
15जम्मू एवं कश्मीर 23
16झारखण्ड 26
17कर्नाटका 31
18केरल 14
19लक्षद्वीप 1
20मध्यप्रदेश 53
21महाराष्ट्र 34
22मणिपुर 11
23मेघालय 12
24मिजोरम 8
25नागालैंड 11
26ओड़ीशा 31
27पंजाब 21
28पुडुचेरी 4
29राजस्थान 35
30सिक्किम 4
31त्रिपुरा 8
32तेलंगाना 9
33उत्तर प्रदेश 76
34उतराखंड 13
35पश्चिम बंगाल 20
36--

शैक्षणिक कार्यक्रम :

नवोदय विद्यालयों में सी.बी.एस.ई. के पाठ्यक्रम के आधार पर कक्षा 6 से 12वीं तक की शिक्षा दी जाती है। विद्यार्थियों का चयन योग्यता परीक्षण के आधार पर होता है। शिक्षा का माध्यम उच्च कक्षाओं में अंग्रेजी है। आठवीं कक्षा तक विद्यार्थी हिन्दी अथवा अन्य भाषा का चयन कर सकते हैं। कक्षा 9 में रिक्त सीटों के लिए एक पृथक् चयन परीक्षा का आयोजन किया जाता है।

शैक्षणिक कार्यक्रमों का उददेश्य ग्रामीण बच्चों को आधुनिक शिक्षा बिना किसी भेदभाव के प्रदान करना है। निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने से गरीब जनसंख्या को देश की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। नवोदय विद्यालयों के शैक्षणिक कार्यक्रम में त्रिभाषा के सूत्र को रखने का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है।

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (कक्षा 6 के लिए)

जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए प्रत्येक वर्ष जनवरी-फरवरी के महीने में प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। प्रत्येक नवोदय विद्यालय के लिए अधिकतम 80 तथा न्यूनतम 40 विद्यार्थियों के चयन की प्रक्रिया अपनाई जाती है।

शैक्षणिक योग्यता :

जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए विद्यार्थी को तृतीय (3rd), चतुर्थ (4th) तथा पंचम (5th) कक्षा में सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त अथवा ग्रामीण क्षेत्र में स्थित मान्यता प्राप्त विद्यालय से शैक्षणिक सत्रों को पूरा करना चाहिए। साथ ही विद्यार्थी के माता-पिता को आवास प्रमाण-पत्र तथा माँगे गए अन्य प्रमाण-पत्र देने होते हैं। किसी भी विद्यार्थी को एक बार से अधिक चयन परीक्षा में भाग लेने नहीं दिया जाता ।

आयु :

नवोदय विद्यालय कक्षा 6 में नामांकन के लिए विद्यार्थी की आयु 9 से 13 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आयु-सीमा की गणना 1 मई के आधार पर की जाती है।

सीटों का आरक्षण :

जिला स्तर पर स्थापित, जवाहर नवोदय विद्यालय की 75% सीटों पर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों का नामांकन होता है। अनुसूचित जाति तथा जनजातियों को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया जाता है। सामान्य तौर पर अनुसूचित जाति तथा जनजातियों को क्रमशः 15% तथा 7.5% आरक्षण प्रदान किया जाता है। जवाहर नवोदय विद्यालय में 33% सीटों पर लड़कियों के चयन का प्रयास किया जाता है।

पाठ्यक्रम :

नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। प्रवेश परीक्षा का संचालन नवोदय विद्यालय समिति करती है।

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा दो घण्टे की होती है। प्रश्न-पत्र तीन भागों में विभाजित होता है तथा सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ (objective) प्रकार के होते हैं। 100 प्रश्नों के लिए पूर्णांक 100 होते हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित होता है। चयन परीक्षा में विषय तथा अंकों का विभाजन निम्न प्रकार से होता है। 

प्रश्नों की संख्या व अंक व समय

विषयप्रश्नो की संख्याअंकसमय
मानसिक योग्यता परीक्षण505060मि.
अंकगणितीय परीक्षण252530मि.
भाषा परीक्षण (हिन्दी)252530मि.
कुल अभियोग्यता100100120मि.

अधिक जानकारी के लिए आप नवोदय विद्यालय समिति की वैबसाइट पर जाकर इनसे जुड़े सारी जानकारी प्राप्त कर सकते है। 

अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये लिंक पर क्लिक करे। 

जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश कैसे ले  - Jawahar Navoday Vidyalay


FAQ:

जवाहर विद्यालय क्या हर वर्ष परीक्षा लेती है?

जी हाँ, प्रतिवर्ष ।

कितने साल के बच्चे जवाहर विद्यालय का परीक्षा दे सकते है?

9 से 13 वर्ष के बच्चे ।

जवाहर विद्यालय में किस कक्षा के लिए प्रवेश मिलता है?

कक्षा-6वीं एवं कक्षा-9वीं में ।

जवाहर विद्यालय में आदिवासियों के लिए कितने प्रतिशत सीट का आरक्षण दिया गया है?

7.5%

लड़कियों को जवाहर विद्यालय परीक्षा में कितने प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है?

33% सीटों पर लड़कियों के चयन का प्रयास किया जाता है।

जवाहर विद्यालय परीक्षा में कितने विषय होते है?

3 विषय - मानसिक योग्यता परीक्षण,अंकगणितीय परीक्षण,भाषा परीक्षण (हिन्दी)

जवाहर विद्यालय परीक्षा कितने मिनट की होती है?

यह परीक्षा 120. मिनट में करना होता है। मानसिक योग्यता परीक्षण, के लिए 60. मिनट एवं अंकगणितीय परीक्षण,भाषा परीक्षण (हिन्दी) दोनों के लिए 30-30 मिनट।

छत्तीसगढ़ राज्य में कितने नवोदय विद्यालय है?

28 जिलों में संचालित हो रहे है।

नवोदय विद्यालय परीक्षा का संचालन किसके द्वारा किया जाता है?

नवोदय विद्यालय समिति द्वारा।

जवाहर विद्यालय के लिए किस प्रकार के प्रशन्नो का चयन किया जाता है?

प्रश्न वस्तुनिष्ठ (objective) प्रकार के होते हैं। 

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